यदि आप इस लेख को Read करने आये हैं, तो “Domain Name Kya Hai” के बारे में जानने को इच्छुक हैं। अगर ऐसा है, तो आप बिल्कुल भी चिंता ना करें क्योंकि इस लेख में आपको डोमेन नेम के बारे में सब कुछ जानने को मिलेगा।
अक्सर नये ब्लॉगर अपना ब्लॉग बनाने से पहले गूगल पर डोमेन नेम क्या है, ये कितने प्रकार के होते हैं या फिर ये कैसे काम करते हैं के बारे में सर्च करते हैं।
आज के इस लेख में आपको यह सारी जानकारी मिलेगी, तो बस आप इस लेख को शुरू से अंत तक अच्छे से पढ़ें।
तो चलिए ज्यादा समय ना लेते हुए सीधा चलते हैं अपने लेख पर और विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं कि डोमेन नेम क्या है?
Table of Contents
Domain Name क्या है? (डोमेन नेम क्या है)
इंटरनेट पर किसी भी वेबसाइट को एक्सेस करने के लिए उसका एक नाम या पता होता है। जिसे सर्च इंजन में इंटर करके कोई भी इस वेबसाइट पर पहुंच सकता है।
अभी के समय में इंटरनेट पर लाखों करोड़ों वेबसाइट हैं, लेकिन हम सिर्फ डोमेन नेम की मदद से उस तक बहुत ही आसानी से पहुंच जाते हैं।
इसे आप कुछ इस तरह से समझ सकते हैं दिल्ली शहर में आपका कोई दोस्त रहता है और आपके पास उसके घर का Address है, तो आप उसकी मदद से बड़ी आसानी से उसके घर तक पहुंच जाते हैं।
लेकिन जब उसके घर का पता आपके पास नहीं होता है, तो उसके घर तक पहुचने में आपको बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
डोमेन नेम बहुत ही यूनिक होता है क्योंकि किसी भी वेबसाइट का डोमेन नेम एक समान नहीं हो सकता है। जैसे google.com, youtube.com, hindimekamaye.com यह सभी डोमेन नेम हैं.
उदाहरण : अगर कोई यूजर सर्च इंजन में www.hindimekamaye.com लिखकर सर्च करता है, तो वह सीधी मेरी वेबसाइट पर आएगा ना की किसी दूसरी वेबसाइट पर जाएगा।
एक ब्लॉग या वेबसाइट की बात करें तो वह Background में किसी ना किसी IP-Address से जुडी होती हैं। IP-Address (इंटरनेट प्रोटोकोल एड्रेस) जो आपके ब्राउज़र को बताता है कि यह वेबसाइट Internet पर कहां उपलब्ध है।
IP-Address Numeric Form में होता है, जिसे हम इंसानों को याद रख पाना बहुत मुश्किल होता है। इसी समस्या को हल करने के लिए Domain Name को बनाया गया था।
क्योंकि इसे कोई भी आम इंसान अच्छी तरीके से याद रख सकता है। लेकिन जब भी कोई यूजर ब्राउजर में डोमेन नेम टाइप करता है, तो वह DNS (Domain Name System) प्रणाली द्वारा IP-Address में बदल जाते है जिसे कंप्यूटर Read कर सकता हैं।
डोमेन नेम की परिभाषा
जैसे की पहले की मैं आपको बता चुका हूँ कि एक Domain Name किसी भी Blog या Website का पता होता है। जिसे इंटरनेट पर uniquely identify करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
डोमेन नेम किसी भी वेबसाइट की पहचान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिसकी मदद से कोई Reader पर तक पहुच सकता है।
डोमेन नेम एक अद्वितीय होता है। किसी भी वेबसाइट का सर्वर एक IP-Address पर चलता है। Domain वेबसाइट के नाम के लिए चुना जाता है, क्योंकि इसे याद रखने तथा खोजने में आसानी होती है।
डोमेन नेम का इतिहास
आज से 40 साल पहले Reader को किसी वेबसाइट पर जाने के लिए उसके IP-Address को याद रखना पढ़ता था क्योंकि वहीं था जिसकी मदद से वो उस वेबसाइट तक पहुंच सकता था।
समय के साथ धीरे-धीरे वेबसाइटों की संख्या बढ़ती गई और लोगों को उनके IP-Address को याद रखने में परेशानी होने लगी क्योंकि IP-Address नंबर में होते हैं। जिन्हे याद रख पाना बहुत मुश्किल काम होता है।
Paul Mockapetris ने साल 1983 में इसी परेशानी को खत्म करने के लिए Domain Name System का निर्माण किया था। जिसके बाद रीडर्स बड़ी आसानी से किसी भी वेबसाइट पर पहुंचने लगे।
डोमेन नेम इंटरनेट की दुनिया में एक क्रांति लाने का काम किया था। जिसके बाद से उपयोगकर्ताओं की संख्या में बहुत तेजी से बृद्धि हो रही है। अभी तक दुनियाभर में 375 मिलियन से भी अधिक डोमेन नेम खरीदे जा चुके हैं।
आपके लिए Domain Name क्यों जरूरी है?
यदि आप खुदको, व्यवसाय या अपनी कंपनी, संगठन को घर बैठे दुनियाभर में पहचान दिलाना चाहते है, तो आपके लिए डोमेन नेम बहुत जरूरी है। क्योंकि एक डोमेन नेम युनीक होता है।
जिसके कारण आपके डोमेन नेम की कोई नकल नहीं कर सकता है। जिससे आपको एक अलग पहचान मिलेगी। खुद का डोमेन नेम, वेबसाइट और ईमेल होने से आपको और आपके संगठन और व्यवसाय को प्रोफेशनल रूप मिलता है।
अत: आपको डोमेन नेम में निवेश करना चाहिए। क्योंकि जब आपके पास खुद का डोमेन नेम होगा, तो यह आपके संगठन और कंपनी के कॉपीराइट और ट्रेडमार्क की रक्षा करता है।
डोमेन नाम से वेबसाइट के उद्देश्य का पता चलता है। जैसे : यहाँ .com Extension वाला डोमेन नाम व्यापारिक साइट को दर्शात है। वहीं .org संगठन तथा .edu Extension स्कूल, विश्वविद्यालय को दर्शाता है।
Note: ज्यादातर इस्तेमाल होने वाले Domain Name Extension निम्नलिखित है। जिसे डोमेन खरीदें से पहले एक बार जरुर पढ़ें।
- .com- Commercial Internet Sites
- .net- Internet Administrative Site
- .org- Organization Site
- .edu- Education Sites
- .firm- Business Site
- .gov- Goverment Site
- .in- India
- .au- Australia
- .us- United States
- .uk- United Kingdom
डोमेन नाम कैसे काम करता है?
अभी के समय में इंटरनेट पर जितनी भी वेबसाइट हैं वो सभी एक ही सर्वर पर स्टोर यानी की उनका डाटा एक ही सर्वर पर सेव पर होता है। जिसके कारण हम किसी भी वेबसाइट को इंटरनेट पर Live देख सकते हैं।
एक डोमेन नेम Server के IP-Address से Connect होता है। इसके बाद जब भी कोई Reader मोबाइल या कम्प्यूटर के ब्राउसर में वेबसाइट का Name Enter करके सर्च करते हैं, तो Domain Name System आपके द्वारा सर्च किए गये नाम को IP-Address में Convert कर देता है।
ऐसा करते ही आपके द्वारा सर्च की गई वेबसाइट आपके सामने आ जाती है। जिसे आप एक्सेस कर सकते हैं। चूंकि कोई भी कम्प्यूटर डोमेन नेम का समझ नहीं पाता है।
इसीलिए वह डोनेम नेम को IP-Address में कंवर्ट करता है और ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एक कम्प्यूटर IP-Address पर Run करता है।
डोमेन नाम के कितने भाग होते हैं?
मुख्य रूप से Domain Name के भाग होते हैं। एक Domain Name को Dot दो भागों में बांटता है। जैसे आप नीचे दिए गये डोमेन नेम को देखकर समझ सकते हैं।
- Hindimekamaye.com
ऊपर दिए गये उदारण में पहला भाग Hindimeakamaye है। जिसे आप अपनी इच्छानुसार ले सकते हैं, लेकिन डॉट के बाद दूसरे भाग को आप कभी बदल नही सकते हैं क्योंकि यह एक्सटेंशन होता है जो कि पहले से ही फिक्स रहता है।
डोमेन नेम एक्सटेंशन कई प्रकार के होते हैं। जिन्हे आप अपनी अवश्यकतानुसार खरीद सकते हैं।
Domain Name कितने प्रकार के होते हैं?
Domain Name बहुत प्रकार होते हैं, लेकिन इस लेख में हम आपको सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले डोमेन नेम के बारे में बताने वाले हैं। जिनके बारे में समझने के बाद आपको डोमेन नेम खरीदने में कोई परेशानी नहीं होगी।
मुख्य रूप से डोमन नाम दो प्रकार के होते हैं.
#1 – टॉप लेवल डोमेन (TLD)
TLD का फुलफॉर्म टॉप लेवल डोमेन होता है। जिसे Internet Domain Extension भी कहा जाता है। सबसे पहले TLD डोमेन नेम का ही निर्माण हुआ था।
टॉप लेवल डोमेन वाली वेबसाइट गूगल में बहुत तेजी से रैंक करती हैं। इस तरह के डोमेन नेम एक्सटेशन SEO Friendly होते हैं। जिसके कारण गूगल इन्हे बहुत अधिक महत्व देता है।
कुछ TDL एक्सटेंशन जिन्हें कोई भी खरीद सकता है.
- .Com (Commercial)
- .Org (Organization)
- .Net (Network)
- .Gov (Government)
- .Biz (Business)
- .Edu (Education)
- .Info (Information)
उदाहरण के लिए google.com, hindimekamaye.com, facebook.com etc.
#2 – Country Code Top Level Domains
जब किसी डोमेन नेम का एक्शटेंशन किसी एक देश को टारगेट करने के लिए बनाया जाता है, इस प्रकार के डोमेन को Country Level Domain कहा जाता है। इस तरह के डोनेम नेम इस उस देश के नाम को दर्शाते हैं।
निम्नलिखित डोमेन एक्सटेंशन को देखकर आप समझ सकते हैं कि (CCTLD) किस प्रकार के दिखते हैं।
- .us: (United States)
- .in: (India)
- .ch: (Switzerland)
- .cn: (China)
- .ru: (Russia)
- .br: (Brazil)
Subdomain Name क्या है?
मुझे लगता है कि यदि आपने इस लेख को यहाँ तक अच्छे से Read किया होगा तो आपको Domain Name Kya Hai अच्छे से समझ में आ गया होगा। चलिए अब हम Sub Domain Name के बारे में जानते हैं जो कि डोमेन नेम का ही एक छोटा अंश होता है।
सबडोमेन नेम पूरी तरह से फ्री होता है। इसके लिए आपको एक भी पैसा खर्च नहीं करना पढ़ता है। क्योंकि इस डोमेन नेम को खरीदा नहीं जाता है। जब आप कोई TLD खरीदते हैं, तो आप उसे कई सबडोमेन नेम बना सकते हैं।
चलिए उदाहरण के लिए मैं आपको अपने डोमेन नेम Hindimekamaye.com के बारे में ही बताता हूँ। मान लिजिए मैं सिर्फ App से पैसे कमाने के बारे में बताता चाहता हूँ।
जिसके लिए मैं एक नहीं वेबसाइट बनाना चाहता हूँ, तो मैं hindimekamaye.com डोमेन नेम में app.hindimekamaye.com Add करके अपनी एक नई वेबसाइट बना सकता हूँ और एक भी पैसा खर्च नहीं होगा।
Domain Name और URL में क्या अंतर है?
अक्सर Beginners को ऐसा लगता है कि Domain Name और URL दोनों एक ही चीजें होती हैं, लेकिन सच में एसा नहीं होता है। एक डोमेन नेम और यूआरएल में जमीन आसमान का अंतर होता है।
एक Domain Name की मदद से आप किसी एक वेबसाइट गूगल में सर्च कर सकते हैं, तो वहीं एक URL की मदद से आप उसी वेबसाइट एक Webpage को सर्च कर सकते हैं।
इसके अलावा एक URL में प्रोटोकॉल, www, किसी वेबपेज का पता आदि बहुत चीजें Add होती हैं। वहीं डोमेन नेम में ऐसा नहीं होता है।
एक Domain Name की मदद से बहुत सारे IP-Address को तलाश सकते हैं। उदाहरण के लिए google.com डोमेन नेम सैकड़ों IP-Address को रेफर करता है। इंटरनेट पर किसी एक वेबपेज को Find करने के लिए URLs में Domain Name का इस्तेमाल किया जाता है।
चलिए इसे एक उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं।
Domain Name – hindimekamaye.com
URL – Https://Www.hindimekamaye.com/domain-name-kya-hai-in-hindi/
Domain Name कहाँ से खरीदें?
अभी के समय में Internet पर एसी बहुत सारी कंपनियां मौजूद हैं, जो डोमेन नेम प्रोवाइड करवाती हैं। लेकिन मेरी राय में आपको अपने ब्लॉग या वेबसाइट के लिए एक विश्वनीय कंपनी से ही डोमेन नेम खरीदना चाहिए।
हम आपको ऐसी ही कुछ बेहतरीन कंपनियों के बारे में बताने वाले हैं, जहां पर आपको बहुत ही कम कीमत में अच्छा डोमेन नेम मिल जायेगा।
हमने आपको नीचे लिस्ट में कुछ टॉप डोमेन नाम प्रोवाइडर कंपनियों के बारे में बताया है। जहाँ से आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट के लिए डोमेन नेम खरीद सकते हैं।
Note : डोमेन नाम खरीदने से पहले आप इन दी गई वेबसाइट पर जाकर डोमेन नाम के प्राइस की तुलना कर सकते हैं और जहां से आपको सस्ता डोमेन मिले वहीं से खरीदें।
YouTube Video Guide
इन्हें भी पढ़ें :-
- Blog क्या होता है?
- Event Blogging क्या है?
- Web Hosting क्या है?
- डोमेन नेम क्या है?
- Blogging से पैसे कैसे कमाए?
- Blog पर ट्रैफिक कैसे लायें?
- Blog को वायरल कैसे करें?
- Blog को रैंक कैसे करें?
- Mobile से ब्लॉगिंग करें?
- Blogging कैसे शुरू करें?
निष्कर्ष – Domain Name Kya Hai in Hindi
आज की इस पोस्ट डोमेन नेम क्या है? में हमने आपको डोमेन नेम के बारे में सारा कुछ बहुत अच्छे से विस्तार से समझाने की कोशिश की है।
यदि आपने इस लेख को अच्छे से Read किया होगा, तो आपके मन में डोमेन नेम से संबंधित जितने भी सवाल रहे होंगे। उसके सारे जवाब आपको इस लेख में मिल गये होंगे।
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो आपसे अनुरोध है आप इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर अवश्य शेयर करें। ताकि इस पोस्ट के जरिए उन्हें भी कुछ सीखने को मिले।
इस लेख को पूरा Read करने के बाद आपके मन में किसी भी प्रकार का कोई सवाल है, तो आप मुझसे कमेंट करके पूंछ सकते हैं। हम अपने जवाब से आपको पूरी तरह से संतुष्ट करने की कोशिश करेंगे।
FAQ : Domain Name Kya Hai
Domain Name से संबंधित अक्सर लोग गूगल पर निम्नलिलिखित कुछ महत्वपूर्ण Q&A सर्च करते हैं।
Q1 – पहला डोमेन नाम कब खरीदा गया था?
A – 15 March 1985
Q2 – Domain Name का आविष्कार किसने और कब किया था?
A- साल 1983 में Paul Mockapetris ने Domain Name का आविष्कार किया था।
Q3 – दुनियाभर में अब तक लगभग कितने Domain Name खरीदे जा चुके हैं?
A- अब तक लगभग 375 मिलियन डोमेन नाम खरीदे जा चुके हैं।
Q3 – इंटरनेट की दुनिया में खरीदे जाने वाला पहला Domain Name कौन सा था?
A- Symbolics.com
Q4 – डोमेन नाम कितने कीमत में मिलता है?
A- अलग-अलग वेबसाइटों पर डोमेन नाम की कीमत अलग-अलग होती है। इसके अलावा एक्सटेंशन के आधार पर भी इनकी कीमत कम ज्यादा होती हैं। अभी के समय में इंटरनेट पर कई ऐसी वेबसाइट हैं, जो Web Hosting के साथ डोमेन नेम Free में प्रदान करती हैं।