External Link Kya Hai और कैसे करें? जाने सबसे आसान तरीका

External Link Kya Hai: ब्लॉग में आर्टिकल लिखते समय उस बिषय को अच्छे से समझाने के लिए विभिन्न सोर्स का संदर्भ लेना आम बात होता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस टॉपिक या विषय पर आर्टिकल लिख रहे हैं।

आर्टिकल लिखते समय किसी ऑकड़ों को प्रदर्शित करने अथवा किसी बिषय को रिफ्रेंश देने के लिए इनकी आवश्यकता होती है। यहाँ पर एक्सटर्नल लिंकिंग आपकी SEO रणनीति के हिस्से के रूप में काम आती है।

इसी बिषय पर आज हमारा यह लेख है, क्योंकि आज के समय में बहुत से ऐसे नये ब्लॉगर है, जिन्हे एक्सटर्नल लिंकिंग की सही जानकारी नही है।

External Link Kya Hai
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जिसके कारण वह अपने ब्लॉग में एक्सटर्नल लिंक नही दे पाते हैं। इसका बुरा असर उनके ब्लॉग बाउंस रेट पर पड़ता है। गलत एक्सटर्नल लिंकिंग होने से ब्लॉग का बाउंस रेट बढ़ जाता है।

इस लेख में आप सीखेंगे कि एक्सटर्नल लिंक क्या है ? एक्सटर्नल लिंक देना कब आवश्यक है? एक्सटर्नल लिंक कैसे करें और आपको अपने पूरे लेख में कितने एक्सटर्नल लिंक का उपयोग करना चाहिए?

तो ज्यादा समय न खराब करते हुए सीधे चलते हैं अपने लेख पर जहाँ विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं कि एक्सटर्नल लिंक क्या है ? और एक्सटर्नल लिंकिंग कैसे करें?

एक्सटर्नल लिंक क्या है?

External Link Kya Hai

एक्सटर्नल लिंक वे लिंक होते हैं जिन्हें आप अपनी वेबसाइट पर बनाते हैं और अन्य वेबसाइटों की ओर इशारा करते हैं। उन्हें ” आउटबाउंड लिंक ” भी कहा जाता है।

उनका उपयोग अक्सर आपने पाठकों को उस विषय पर अधिक जानकारी प्रदान करने के लिए किया जाता है जिस पर आप आर्टिकल लिखते हैं। या उन सोर्स को प्रदर्शित करने के लिए जिनका आपने अपने शोध में उपयोग किया है।

इंटरनल लिंकिंग की तुलना में एक्सटर्नल लिंक का सर्च इंजन रैंकिंग पर अधिक प्रभाव पड़ता है क्योंकि एक्सटर्नल लिंक को सर्च इंजन द्वारा वेबपेज में विश्वास/लोकप्रियता के एक्सटर्नल वोट्स के रूप में महत्व दिया जाता है।

उदाहरण के लिए, यदि आप कोई आँकड़ा प्रस्तुत करते हैं, तो पाठक स्वाभाविक रूप से उत्सुक हो जाएगा कि क्या आँकड़ा सत्य है या यह किस पर आधारित था।

किसी विश्वसनीय सोर्स का एक्सटर्नल लिंक डालने से वह चिंता तुरंत दूर हो जाती है, और प्रॉक्सी द्वारा, आपका लेख अधिक भरोसेमंद हो जाता है।

इसलिए, यदि आप एक्सटर्नल लिंक का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो आप अपने सो को बेहतर बनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर खो रहे हैं।

एक्सटर्नल लिंक , एससीओ का एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैक्टर होता है। जो आपके ब्लॉग को रैंक करने में आपकी मदद करता है। आप एक्सटर्नल लिंक का उपयोग अपने आर्टिकल के अलावा साइट नेविगेशन में भी कर सकते हैं।

यदि आपका ब्लॉग आपके मुख्य पेज से भिन्न URL पर है, तो आप अपने नेविगेशन के एक भाग के रूप में ब्लॉग रोल में एक्सटर्नल लिंक डाल सकते हैं।

एक्सटर्नल लिंक की परिभाषा

एक्सटर्नल लिंक एक ऐसा लिंक है जो किसी बाहरी डोमेन अथवा वेबसाइट की ओर इशारा करता है। SEO एक्सपर्ट का मानना है कि एक्सटर्नल लिंक रैंकिंग पावर का सबसे महत्वपूर्ण सोर्स है।

एक्सटर्नल लिंक , लिंक जूस (लिंक इक्विटी) को इंटरनल लिंक से अलग तरीके से पास करते हैं क्योंकि सर्च इंजन उन्हें थर्ड पार्टी के वोट के रूप में मानते हैं।

इसके अलावा SEO एक्सपर्ट यह नहीं मानते कि “टाइटल ” लिंक अटट्रिब्यूट का उपयोग रैंकिंग उद्देश्यों के लिए किया जाता है।

एक्सटर्नल लिंक और बैकलिंक में अंतर

बैकलिंक वो होते हैं, जो किसी अन्य साइट से आपकी वेबसाइट की ओर इशारा करते हैं, इनसे आपकी वेबसाइट की विश्वसनीयता बढ़ती है।

एक्सटर्नल लिंक वे होते हैं जिन्हें आप अपनी वेबसाइट पर बनाते हैं और अन्य वेबसाइटों की ओर इशारा करते हैं, आमतौर पर सोर्स के रूप में या किसी ऐसे विषय में गहराई से जानने के लिए जिसे आप अपने लेख में कवर नहीं कर सकते हैं।

बैकलिंक आमतौर पर एक्सटर्नल लिंक की तुलना में अधिक वैल्युएबल होते हैं क्योंकि ये दिखाते हैं कि अन्य वेबसाइटें आपसे लिंक कर रही हैं।

जिसका अर्थ है कि उन्हें लगता है कि आपकी वेबसाइट महत्वपूर्ण और भरोसेमंद है। हालाँकि, एक्सटर्नल लिंक अभी भी वैल्युएबल हो सकते हैं यदि वे हाई क्वालिटी वाले और रिलीवेंट हों।

आप आपने ब्लॉग में अपनी SEO रणनीति को बेहतर करने के लिए इस दोनो तरह की लिंक का उपयोग अवश्य करें।

एक्सटर्नल लिंकिंग SEO के लिए क्यों जरूरी है?

सर्च इंजन रैंकिंग फैक्टर के सर्वे डेटा से पता चला है कि हाई रैंकिंग प्राप्त करने के लिए एक्सटर्नल लिंक देना बहुत जरूरी है। सर्च इंजन किसी भी वेबपेज की लोकप्रियता निर्धारित करने के लिए एक्सटर्नल लिंक का उपयोग करते हैं।

एक्सटर्नल लिंक की मदद से वेबपेज की लोकप्रियता निधारित करने कि शुरुआत अल्ट विस्टा ने की थी। जिसके गूगल ने इसमें सुधार किया था।

गूगल का पेजरैंक किसी भी वेबपेज की लोकप्रियता को निर्धारित करता है। पेजरैंक किसी भी वेबपेज की एक्सटर्नल लिंक को लोकप्रियता के लिए वोट के रूप में गिनाता है।

जिन वेबपेजों की ओर इशारा करने वाले सबसे अधिक लिंक होते हैं उन्हें सबसे लोकप्रिय माना जाता था। जब उन्हें किसी विशेष क्वेरी के लिए रिलीवेंट माना जाता था, तो सबसे लोकप्रिय और रिलीवेंट वेबपेज सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर टॉप पर रैंक कर जाते हैं।

आज के समय में टॉप सर्च इंजन एक्सटर्नल लिंक की वैल्यू को निर्धारित करने के लिए कई मेट्रिक्स का उपयोग करते हैं। इनमें से कुछ मेट्रिक्स निम्नलिखित हैं।

  • लिंकिंग डोमेन की विश्वसनीयता।
  • लिंकिंग पेज की लोकप्रियता।
  • सोर्स पेज और टारगेट पेज के कंटेंट के बीच रिलेवंसी ।
  • लिंक में उपयुक्त सही एंकर टेक्स्ट ।
  • सोर्स पेज पर एक ही पेज के लिंक की संख्या।
  • टारगेट पेज से लिंक होने वाले रूट डोमेन की संख्या।
  • टारगेट पेज के लिंक के लिए एंकर टेक्स्ट के रूप में उपयोग की जाने वाली वेरिएशन्स की संख्या।
  • सोर्स और टारगेट डोमेन के बीच ओनरशिप संबंध।

एक्सटर्नल लिंक कब उपयोगी होते हैं?

एक्सटर्नल लिंक तब सबसे उपयोगी होते हैं जब वे हाई क्वालिटी वाले और रिलीवेंट हों। एक हाई क्वालिटी वाला एक्सटर्नल लिंक एक ऐसी वेबसाइट का लिंक होता है जो भरोसेमंद होती है और जिसकी अच्छी प्रतिष्ठा होती है।

रिलीवेंट , एक्सटर्नल लिंक एक वेबसाइट का लिंक होता है जो उस विषय से संबंधित होता है जिस पर आप लेख रहे होते हैं।

केवल उन वेबसाइटों से लिंक करना महत्वपूर्ण है जिन पर आप भरोसा करते हैं, क्योंकि निम्न गुणवत्ता या Irrelevant वेबसाइट से लिंक करने से आपकी अपनी प्रतिष्ठा को नुकसान हो सकता है।

जब कोई संदेह हो, तो सावधानी वर्तें और किसी एक्सटर्नल लिंक को शामिल न करें, जो आपकी विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचा सकता है।

नीचे कुछ संकेत दियें गये हैं जिनकी मदद से आप यह निर्धारित करते हैं कि लिंक अच्छा है या बुरा।

  • कम डोमेन अथॉरिटी
  • असुरक्षित लिंक
  • नो फॉलो लिंक
  • Irrelevant या हानिकारक लिंक
  • लिंक स्पैम

एक्सटर्नल लिंक क्यों दिये जाते हैं?

यहाँ तक आप यह अच्छे से जान गये होंगे कि एक्सटर्नल लिंक क्या है ? एक्सटर्नल लिंक , SEO के लिए क्यों जरूरी होते हैं? लेकिन अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर एक्सटर्नल लिंक क्यों देते हैं? एक्सटर्नल लिंक देने से युजर्स हमारे ब्लॉग से बाहर चलेंगे जायेंगे।

इन सवालों का जवाब यह हैं कि माना लीजिए आप अपने ब्लॉग के लिए को लेख लिख रहे हैं और उसमे आप किसी टॉपिक को 100% सत्य बताने के लिए उस सोर्स को एक्सटर्नल लिंक के रूप में उपयोग कर सकते हैं।

जहाँ से आपने रिसर्च किया है। इसके अलावा आप किसी भी आर्टिकल में किसी बिषय को कवर नहीं करना चाहते हैं, जो आपके लेख में आता है, तो इसके लिए आप एक्सटर्नल लिंक का उपयोग कर सकते हैं।

और रही बात युजर्स आपके ब्लॉग से बाहर चलेंगे तो आप एक्सटर्नल लिंक का उपयोग करें। जब इसकी जरूरत बहुत ज्यादा हो।

एक्सटर्नल लिंकिंग कैसे करें?

अब जब आप एक्सटर्नल लिंक के लाभों के बारे में जान गये हैं और ये कब उपयोगी होते हैं, तो आइए जानते हैं उनका उपयोग करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखें।

कीवर्ड से संबंधित एंकर टेक्स्ट का उपयोग करें।

  • अपने ब्लॉग के वेबपेज में एक्सटर्नल लिंक की संख्या सीमित रखें।
  • एक्सटर्नल लिंकिंग करते समय हमेशा एक्सटर्नल लिंक की क्वांटिटी पर नही बल्कि उसकी क्वालिटी पर ध्यान दें।
  • सदैव एक्सटर्नल लिंकिंग गाइड का पालन करें
  • अपने बिषय से संबधित वेबपेज का एक्सटर्नल लिंक करें।
  • जब बहुत ही जरूरी हो तभी एक्सटर्नल लिंक का उपयोग करें। अन्यथा एक्सटर्नल लिंक का उपयोग न करें।

एक्सटर्नल लिंक के फायदे

एक्सटर्नल लिंकिंग के बहुत सारे फायदे होते हैं। जो निम्नलिखित हैं।

  • एक्सटर्नल लिंकिंग करने से गूगल की नजरों में आपके ब्लॉग की वैल्यू बढ़ती है।
  • इससे आपके ब्लॉग पर युजर्स का अनुभव बेहतर होता है। क्योंकि उन्हे एक ही जगह पर उनकी बिषय पर उन्हे सम्पूर्ण जानकारी मिल जाती है।
  • गूगल को आपकी वेबसाइट पर भरोसा बढ़ता है।
  • अगर कोई आपकी वेबसाइट का लिंक अपनी वेबसाइट में यूज़ करता है, तो यहाँ पर आपको बैकलिंक मिलता है। इससे आपकी वेबसाइट की डोमेन अथॉरिटी और पेज अथॉरिटी बढ़ती है।

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एक्सटर्नल लिंक से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न निम्नलिखित हैं।

Q1. क्या एक्सटर्नल लिंक किसी वेबसाइट को नुकसान पहुंचा सकते हैं?

हां, एक्सटर्नल लिंक किसी वेबसाइट को नुकसान पहुंचा सकते हैं यदि वे किसी लिंक Scheme का हिस्सा हों। किसी वेबसाइट से उननेचुरल लिंक्स को पेनालाइज़ कर सकता है। इसमें लिंक सेल्लिंग , अधिक एक्सटर्नल लिंक और Dofollow लिंक वाले विज्ञापन शामिल हैं।

एक्सटर्नल लिंक वे लिंक होते हैं जो पाठकों को किसी वेबसाइट के एक पेज से दूसरी वेबसाइट के पेज पर भेजते हैं।

Q3. अपनी वेबसाइट के लिए एक्सटर्नल लिंक कैसे तलाश करें?

अपनी वेबसाइट के एक्सटर्नल लिंक तलाशने के लिए, आपको गूगल सर्च कॉसोल या मोज़ लिंक एक्सपलोरेर जैसे SEO टूल का उपयोग करना होगा। ये आपको आपकी साइट पर ज्ञात बैकलिंक के साथ-साथ उपयोग किए गए एंकर टेक्स्ट जैसी अन्य जानकारी भी दिखा सकते हैं।

Q4. क्या बिना अनुमति के किसी वेबसाइट से लिंक करना गैरकानूनी है?

आपको किसी अन्य वेबसाइट से लिंक करने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं है। हालाँकि दुनिया के कुछ हिस्सों में कुछ कानूनी मामले और विशेष आवश्यकताएँ हैं, अधिकांश वेबमास्टर अपनी इच्छानुसार किसी भी चीज़ को लिंक करने के लिए स्वतंत्र हैं।

Q5. क्या मुझे एक्सटर्नल लिंक का उपयोग करना चाहिए?

हाँ! एक्सटर्नल लिंक आपके SEO को बेहतर बनाने और अपने पाठकों को वैल्यू प्रदान करने का एक शानदार तरीका है। बस कंटेंट के प्रत्येक भाग में उनका संयमित रूप से उपयोग करना सुनिश्चित करें और क्वांटिटी से अधिक क्वालिटी का चयन करें।

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आज के इस लेख में हमने आपको External Link Kya Hai के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की है। ताकि आपको इस बिषय से संबंधित जानकारी हाँसिल करने के लिए इंटरनेट पर अपना समय ना वर्बाद करना पढें।

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क्योंकि मैं इस ब्लॉग पर ब्लॉगिंग से संबंधित आर्टिकल हर रोज पब्लिश करता हूँ। जिसे पढ़कर आप भी ब्लॉगिंग सीख सकते हैं।

Ashish Kumar एक Professional Blogger हैं, जिन्होंने पिछले 3 वर्षों से ब्लॉगिंग और ऑनलाइन पैसे कमाने के क्षेत्र में गहन अनुभव प्राप्त किया है। उनके पास ब्लॉगिंग से लेकर एफिलिएट मार्केटिंग, ई-कॉमर्स, और अन्य ऑनलाइन पैसे कमाने के तरीकों का गहरा ज्ञान है। इस ब्लॉग पर आपको Blogging और पैसे कमाने से संबंधित सारी जानकारी मिलेगी।

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