CTR Kya Hai: क्या आपके पास एक ब्लॉग या यूट्यूब चैनल है और उस पर का एडसेंस का उपयोग करके पैसे कमाते हैं, तो आपको टेकनिकल टर्म सीटीआर के बारे में पहले से ही पता होगा।
लेकिन यदि आप एक Beginner हैं और आपको सीटीआर के बारे में आपको जानकारी नहीं है, तो चिंता बिल्कुल भी न करें क्योंकि आज के इस लेख में सीटीआर क्या है? सीटीआर कैसे बढ़ायें? वेबसाइट सीटीआर और एडसेंस सीटीआर में अंतर क्या है? आदि के बारे में ही बात करने जा रहे हैं।
लगभग सभी ब्लॉगर और यूट्यूबर एडसेंस को Monetization Strategy के लिए उपयोग करते हैं, लेकिन यह बात आपको पता होनी चाहिए कि एडसेंस एक CPC यानि की कॉस्ट पर क्लिक पर आधारित नेटवर्क होता है। इसमें आपको Ads Impression पर नही बल्कि Ads क्लिक पर पैसे मिलते हैं।
माना लीजिए आपके Ads पर 1000 View (Impressions) आये हैं। उनमें से 100 Ads पर क्लिक आयें हैं, तो आपका एडसेंस सीटीआर 10% माना जायेगा। न कि 1000 View को सीटीआर माना जायेंगा।
सीटीआर कई प्रकार के होते हैं, लेकिन इस लेख में हम एडसेंस सीटीआर के बारे में बात करने वाले हैं। एडसेंस की मदद से ज्यादा पैसे कमाने के लिए सीटीआर को बढ़ना बहुत जरूरी है। लेकिन ब्लॉगर का सीटीआर कम हो जाता है। जिससे उनकी अर्निंग पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।
यदि आप नही चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा हो, तो इस लेख के हर Point को अच्छे से समझकर पढ़ें और फॉलो करें? तो चलिए ज्यादा समय लेते हुए शुरू करते हैं अपना लेख CTR Kya Hai?
सीटीआर क्या है?
ब्लॉग/वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पर Ads View (Impressions) पर क्लिक की दर को सीटीआर कहा जाता है। सीटीआर की मदद से बहुत ब्लॉग/वेबसाइट अर्निंग करती हैं।
आपके ब्लॉग की पर जितनी अधिक सीटीआर दर होगी आप उससे उतने अधिक पैसे कमायेंगे। सीटीआर को क्लिक Through Rate के नाम से भी जाना जाता है।
अगर इसे सरल भाषा में समझें तो, आपके ब्लॉग पर Ads के Total View (Impressions) पर कितने विजिटर्स के द्बारा क्लिक किया गया है। उसी को सीटीआर कहा जाता है।
सीटीआर = Number of clicks / Number of Exposures
एडसेंस सीटीआर की मदद से International ब्लॉगिंग की अपेक्षा भारत में ब्लॉगिंग में बहुत कम कमाई होते हैं। क्योंकि भारत में विदेशों की अपेक्षा कम CPC मिलता है।
लेकिन यदि आप सीटीआर और CPC पर फोकस रखकर अच्छा काम करते हैं, तो आप एडसेंस की मदद से अच्छा खासा पैसा भारत में भी कमा सकते हैं।
एडसेंस सीटीआर को कैलकुलेट कैसे करें?
लेख को यहाँ तक पढ़ने के बाद आप CTR Kya Hai? अच्छे से समझ गये होंगे। अब हम आपको बतायेंगे कि सीटीआर का फॉर्मूला क्या है? जिसकी मदद से आप एडसेंस सीटीआर को कैलकुलेट कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं सीटीआर के फॉर्मूला के बारे में।
असल में सीटीआर (Click Through Rate) आपके ब्लॉग के Ads पर आये Individual क्लिक की प्रतिशत दर होती है।जिसे आप निम्नलिखित फॉर्मूला की मदद से निकाल सकते हैं।
सीटीआर = (Total Number of Ad Clicks) / (Total Number of Impressions) x 100
जैसे की ऊपर के फॉर्मूला में देख सकते हैं कि अगर आपके Ad के 1000 Impressions हैं और Ad पर 100 क्लिक आयें हैं, तो आपके एडसेंस का सीटीआर 10% होगा।
आपके एडसेंस का जितना अधिक सीटीआर होगा। उतनी अधिक आपकी कमाई होगी। इसका सीधा सा मतलब है कि एडसेंस में आपकी कमाई Ad के क्लिक पर निर्भर होती है।
एडसेंस सीटीआर को ब्लॉग/वेबसाइट या यूट्यूब चैनल के आधार पर कैलकुलेट नहीं किया है। बल्कि इसे एडसेंस अकाउंट के लिए कैलकुलेट किया जाता है।
यदि आपके 4 ब्लॉग हैं, तो आपके एडसेंस अकाउंट सभी ब्लॉग का सीटीआर के साथ दिखाई देगा। यदि आपके एक ब्लॉग का सीटीआर प्रभावित होगा, तो वह सभी ब्लॉग पर प्रभाव डालेगा।
एडसेंस सीटीआर कैसे चैक करें?
जैसे कि आप इस लेख में यहाँ तक जान चुके हैं कि सीटीआर क्या है? और एडसेंस सीटीआर को कैलकुलेट कैसे करें? लेकिन इसके बाद आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि एडसेंस सीटीआर कैसे चैक करें? तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
एडसेंस सीटीआर को चैक करने के लिए सबसे पहले आपको अपने गूगल एडसेंस अकाउंट को Log in करना होगा।
इसके बाद Home Page को Refresh करें। यहाँ पर आपको एक Performance Chart दिखाई देगा। जिसमें आप सीटीआर, CPC, RPM, क्लिक और Impressions को चैक कर सकते हैं।
यहाँ पर आप दिन, सप्ताह, महीने और साल के हिसाब से सब कुछ चैक कर सकते हैं। इसके अलावा अगर इसके बारे में Detail में जानकारी हाँसिल करना चाहते हैं,
तो आप Dashboard में Reports Option पर क्लिक करें। यहाँ से आपको सीटीआर के बारे में सारी जानकारी मिल जायेगी।
ब्लॉग का एडसेंस सीटीआर कैसे बढ़ायें?
यदि आपके ब्लॉग/वेबसाइट का एडसेंस सीटीआर कम है, तो आप मेरे द्वारा बताये गये 7 Simple Tips ओ फॉलो करें। इनकी मदद से आप आसानी से अपनेएडसेंस सीटीआरको बढ़ा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इन Tips के बारे में।
#1 – Ads के Size पर फोकस करें
एडसेंस सीटीआर बढ़ाने के लिए आपको सबसे पहले Ads के Size पर फोकस पर करना होगा और ज्यादा ब्लॉगर यहीं पर गलती कर देते हैं।
वह Ad के Size पर नहीं बल्कि Only Ad पर ध्यान देते हैं। यदि आप भी ऐसी गलती कर रहे हैं, तो आपका एडसेंस सीटीआर Down हो जायेगा।
एडसेंस सीटीआर Down होने का मतलब होता है कि आपके ब्लॉग/वेबसाइट के Ads पर क्लिक कम होना है। आपका एडसेंस सीटीआर कम न हो तो आप एड्स की लम्बाई और चौड़ाई, Colours आदि पर ध्यान रखना होगा।
गूगल एडसेंस में आपको कई प्रकार के Ads Size मिल जाते हैं। जिसमें 300×250 Size का Adsबहुत ज्याद पॉपुलर है।
आप इसी Ads साइज का उपयोग करें। जिससे वह आपके विजिटर्स को अपनी ओर आकर्षित कर सके और ज्यादा Ads क्लिक ला सके।
#2 – High-Quality कंटेंट लिखें
यह कहावत तो आपको पता ही होगी कि कंटेंट राजा (कंटेंट is King) होता है। यदि आप अपने ब्लॉग/वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पर High Quality कंटेंट पब्लिश करते हैं,
तो विजिटर अपनी समस्या का समाधान हाँसिल करने के लिए आपके ब्लॉग आयेंगे और जब आपके ब्लॉग पर ज्यादा युजर्स आयेगे, तो Ads पर क्लिक के Chance बढ़ जाते हैं। जिससे आपका एडसेंस सीटीआर बढ़ जाता है।
यदि आप अपने ब्लॉग पर Low Quality कंटेंट पब्लिश करते हैं, तो आपके ब्लॉग पर विजिटर्स आयेंगे लेकिन टिकेंगे नहीं जिसके कारण आपके ब्लॉग में Ads पर कम क्लिक आयेंगे।
जिसके कारण आपका एडसेंस सीटीआर कम हो जायेगा और जब सीटीआर कम होगा, तो आपकी कमाई भी कम होगी। यदि आप ऐसा नहीं चाहते हैं, तो आप हमेशा High-Quality कंटेंटही पब्लिश करें।
#3 – Ads को सही से Placement करें
आज कल गूगल अपने Update में कई नये-नये एल्गोरिथम ला रहा है। जैसे –Smith एल्गोरिथम, Bert एल्गोरिथम और भी दूसरे एल्गोरिथम है। जो आपके एडसेंस सीटीआर को बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं।
जैसे आपने कभी-कभी देखा होगा कि जब आप गूगल में अपना कुछ सवाल सर्च करते हैं, तो उसके बाद जब आप SERP की टॉप वाली Link पर क्लिक करते हैं, तो आप सीधा वहां पहुंच जाते हैं। जहाँ पर आपके सवाल आ उत्तर मौजूद होता है।
ऐसे में यदि आप अपने ब्लॉग में सिर्फ Top और Bottom में Ads को लगाते हैं, तो वह युजर आपके Ads तक पहुंच ही नहीं पायेगा।
ऐसा में आपका एडसेंस सीटीआर Down हो जायेगा। इस समस्या से बचने के लिए आपको अपने कंटेंट के बीच में भी Ads को Place करना चाहिए। ताकि युजर एड्स को देख और क्लिक कर सके।
#4 – Mobile Friendly ब्लॉग Post बनायें
आज के समय में लगभग सभी लोगों के पास स्मार्टफोन और इंटरनेट मौजूद है। जिसके कारण Daily 70% सर्च सिर्फ मोबाइल से होती है। ऐसा इसलिए है को मोबाइल को हर आसानी से Carry कर सकता है और उसका उपयोग कहीं पर भी कर सकता है। इसलिए अपनी ब्लॉग पोस्ट मोबाइल Friendly बनाना बहुत ही जरूरी है।
जब आपका ब्लॉग और ब्लॉग पोस्ट मोबाइल Friendly होगी, तो आपके ब्लॉग पर मोबाइल युजर्स बहुत ज्यादा आयेंगे और जब ट्रैफिक ज्यादा आयेगा, तो Ads पर क्लिक के Chance बढ़ जाते हैं। जिससे आपका एडसेंस सीटीआर अच्छा होता है।
#5 – Responsive Ad का उपयोग करें
गूगल एडसेंस में आपको Responsive Ad और Fixed Ad दो प्रकार के Ads मिलते हैं। जिनमें से आपनी मर्जी के हिसाब से किसी का भी उपयोग कर सकते हैं।
लेकिन यदि आप आपने ब्लॉग में Responsive Ad का उपयोग करते हैं, तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद है, इसके उपयोग से आपकी एडसेंस सीटीआर बढ़ सकते हैं।
क्योंकि जब आप Responsive Ad का उपयोग करते हैं, तो इसमें Ads डिवाइस की Screen के हिसाब से अपने Adjust हो जाते हैं।
जैसे यदि कोई युजस आपकी ब्लॉग पोस्ट को मोबाइल में Open करता है, तो Ads उसके हिसाब से Adjust हो जाता है।
वहीं जब युजर ब्लॉग पोस्ट Tablet और Laptop में Open करता है, तो Ads उसके हिसाब से Adjust हो जाता है। जब ऐसा होता है, तो आपके Blog पर Ads क्लिक बहुत ज्यादा होते हैं। जिसके कारण एडसेंस सीटीआर बढ़ जाता है।
#6 – Ads का सही Format चुनें
गूगल एडसेंस में आपको कई प्रकार Ads Formats मिलते हैं। जैसे –Text Ads, Video Ads, Image Ads आदि। आप इनमें से अपने ब्लॉग के अनुसार एक सही Ads Format का उपयोग करें।
आपकी ब्लॉग में जितना अच्छा Ads Format होगा। उस उतने ज्यादा क्लिक आते हैं और जब ज्यादा क्लिक आते हैं, तो एडसेंस सीटीआर बढ़ता है।
#7 – ऑर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ायें
यदि आप सच में एडसेंस सीटीआर बढ़ना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपने ब्लॉग का ऑर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ना होगा। क्योंकि जब ब्लॉग पर को ऑर्गेनिक ट्रैफिक आता है, तो वह लम्बे समय के लिए बना रहता है और जब उन्हे आपका कंटेंट पसंद आता है, तो वह पूरी जानकारी पढ़कर जाते हैं।
जब आपके ब्लॉग पर अच्छा कंटेंट होगा, तो आपके पास अच्छे ऑर्गेनिक विजिटर आयेंगे। और जब ऑर्गेनिक ट्रैफिक आयेगा, तो Ads पर भी ज्यादा क्लिक आयेंगे। जिसके बाद आपका एडसेंस सीटीआर भी बढ़ेगा।
#8 – High CPC वाले Ads Allow करें
जब आप अपने ब्लॉग में Ads को Allow करते हैं, तो आपको प्रकार के CPC Ads मिलते हैं। Low CPC और High CPC।
Low CPC में आपको एक Ads के क्लिक कम पैसे मिलते हैं और जब आपने ब्लॉग पर Ads की मदद से ज्यादा पैसे कमाना चाहते हैं, तो ज्यादा Ads को Add करना होगा।
जिसके कारण आपके ब्लॉग की Loading Speed स्लो हो जायेगी और ज्यादा Ads के कारण युजर्स आपके ब्लॉग को छोड़कर जल्दी चलेंगे।
High CPC में आपको एक Ads के क्लिक ज्यादा पैसे मिलते हैं। इसकी मदद से आप कम Ads क्लिक पर ज्यादा पैसे कमा सकते हैं।
उनके उपयोग से आपके ब्लॉग की स्पीड सही रहती है और कम Ads होने के कारण युजर्स आपके ब्लॉग पर बने रहते हैं, तो आप अपने ब्लॉग/वेबसाइट में High CPC Ads को ही Allow करें।
#9 – Blog पर कम Ads लगायें
ब्लॉग की मदद से ज्यादा पैसे कमाने के लिए अपने ब्लॉग पर ज्यादा Ads न लगायें क्योंकि जब आप ज्यादा Ads लगाते हैं, तो आपके ब्लॉग की स्पीड स्लो हो जाती है और ज्यादा Ads होने के युजर्स आपके ब्लॉग को जल्दी ही छोड़कर चले जाते हैं।
क्योंकि जब से दुनिया में इंटरनेट की स्पीड फास्ट हुई है, तब से युजर्स कोई भी चीज को Loading होने का इंतजार नहीं करता है। इसलिए आप अपने ब्लॉग में कम Ads का उपयोग करें।
जिससे आपके ब्लॉग की स्पीड फास्ट रहती है। जिससे आपके ब्लॉग पर ज्यादा युजर्स आते हैं और रूकते भी हैं। और जब ऐसा होगा, तो एडसेंस सीटीआर बढ़ने के Chance अधिक होते हैं।
#10 – बाउंस रेट कम करें
जब आपकी ब्लॉग पोस्ट पर युजर्स रूकते हैं, तो एडसेंस सीटीआर बढ़ने के Chance बहुत ज्यादा होते हैं। यदि आपके ब्लॉग पर युजर्स नहीं रूकेंगे, तो आपका एडसेंस सीटीआर कभी नहीं बढ़ेगा। इसलिए आपको अपने Blog का बाउंस रेट कम करना होगा।
बाउंस रेट कम करने के लिए आपको अपने ब्लॉग अच्छा कंटेंट पब्लिश करें और High CPC Ads का उपयोग करें। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपके ब्लॉग का बाउंस रेट बढ़ जाता है और जब यह बढ़ जायेगा, तो आपका एडसेंस सीटीआर कम हो जायेगा।
वेबसाइट सीटीआर और एडसेंस सीटीआर में अंतर
क्या आप वेबसाइट सीटीआर और एडसेंस सीटीआर को लेकर कंफ्यूज हैं। क्या आपको लगता है कि ये दोनों एक ही हैं। अगर आप ऐसा सोचते हैं, तो यह बिल्कुल गलत है क्योंकि दोनों में बहुत अंतर होता है। जिसे हम आपको नीचे बतायेंगे।
वेबसाइट सीटीआर क्या है?
जब कोई युजर्स गूगल सर्च में अपनी Query को सर्च करते हैं, तो SERPs के First Page में आपकी ब्लॉग पोस्ट Show होती है। उस ब्लॉग पोस्ट पर जितने प्रतिशत युजर्स क्लिक करते हैं। उसे वेबसाइट सीटीआर कहा जाता है।
उदाहरण से समझें माना लिजिए SERPs में आपकी ब्लॉग पोस्ट के 100 Impressions आते हैं और उस पर 20 युजर्स क्लिक करते हैं, तो आपकी वेबसाइट का 20% सीटीआर होगा।
वेबसाइट सीटीआर को आप High Quality कंटेंट, SEO, On Page SEO और Off Page SEO की मदद से बढ़ा सकते हैं।
एडसेंस सीटीआर क्या है?
जब युजर्स आपके ब्लॉग पर दिखने पर Ads पर क्लिक करते हैं, तो उस प्रतिशत दर को एडसेंस सीटीआर कहा जाता है। एडसेंस सीटीआर टेकनिकल SEO के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
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निष्कर्ष – AdSense CTR Kya Hai in Hindi
आज के इस लेख में हमने आपको एडसेंस CTR Kya Hai? के बारे में विस्तार से सरल भाषा में बताया है, ताकि आप आसानी से एडसेंस सीटीआर को बढ़ा सकें। यदि आपको फिर भी कोई परेशानी हो रही है, तो आप मुझसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
मुझे आशा है कि आपको आज का लेख एडसेंस सीटीआर क्या है? बेहद पसंद आया होगा। अगर ऐसा है, तो आप इस लेख को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर अवश्य शेयर करें।
FAQ – CTR Kya Hai in Hindi
सीटीआर से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न निम्नलिखित हैं।
Q1 – कितना सीटीआर एडसेंस के लिए सही रहता है?
किसी भी ब्लॉग/वेबसाइट का 10% से 12% सीटीआर एडसेंस के लिए सही रहता है। अगर इससे अधिक सीटीआर होता है, तो आपको अपने ब्लॉग से Ads को Disable कर देना है नही तो आपका गूगल एडसेंस अकाउंट बंद हो सकता है।
Q2 – सीटीआर का फुल फार्म क्या है?
सीटीआर का Full Form क्लिक Through Rate होता है।
Q3 – सीटीआर कैलकुलेट करने का फॉर्मूला क्या है?
सीटीआर कैलकुलेट करने के लिए आप सीटीआर = (Total Number of Ad clicks) / (Total Number of Impressions) x 100 फॉर्मूला का उपयोग कर सकते हैं।