SEO Kya Hai: यह एक सवाल हर उस Blogger के दीमांग में चलता रहता है जो अपने Blogging करियर की शुरुआत करता है।
जो ब्लॉगर इसको अच्छी तरह से समझ लेता है और अपने पोस्ट में अच्छी तरह से SEO करता है तो मानों वह Blogging में सफल हो जाता है।
क्योंकि SEO ही एक ऐसा काम होता है जिसको अच्छी तरह से करने ने आपका Blog गूगल में टॉप पर रैंक करता है। जिससे आपके Blog पर अच्छा खासा ट्राफिक मिलता है।
क्योंकि यह बात तो आप अच्छी तरह से जानते हैं कि जब आप अपना कोई भी सवाल आप गूगल पर सर्च करते हो तो आपको आपके सवाल के कई सारे जवाब मिल जाता है।
लेकिन आप सबसे ऊपर वाले ब्लॉग पर क्लिक करके अपना जवाब हासिल कर लेते होते हो। क्योंकि सबसे रहने वाले ब्लॉग को सभी लोग सही औत सटीक समझते हैं। यही कारण कि जो पोस्ट टॉप पर रहती है। उस पर ट्रॉफिक सबसे ज्यादा रहता है।
तो आज आपको SEO Kya Hai के बारे में सरल भाषा में अच्छी तरह से समझाने वाले हैं। इसीलिए मैं आपसे यहीं कहूँगा कि आप इस पोस्ट को शुरू से आखिर तक जरूर पढ़ें ताकि SEO के बारे में आपको पूरी जानकारी मिल सके।
और आपको SEO के बारे में जानकारी पाने के लिए इंटरनेट कहीं और जाने की जरूर न पड़े। तो आईए जानते हैं कि SEO Kya Hai? SEO Kaise Kare? के बारे में..
SEO Kya Hai? (SEO क्या है? )
SEO एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग करके आप अपने पेज को सर्च इंजन में टॉप पर ला सकते हैं। Search Engine क्या है ये बात तो आप अच्छी तरह से जानते होंगे।
पूरी दूनिया में Google बड़ा Search Engine है। इसके बाद Bing और Yahoo का नंबर आता है। आप अपने Blog Post पर अच्छी तरह से SEO करके उसे सभी सर्च इंजन पर नंबर 1 पर रख सकते हो।
जैसे की मान लीजिए कि आप Google पर जाकर कुछ भी सर्च करते हैं तो संबंधित जितने भी पोस्ट होते हैं वो आपको गूगल पर दिखाई देते हैं। यहां पर जितने भी पोस्ट नजर आते हैं वो सभी अलग-अलग Blog से होते हैं।
इस Result में जो पोस्ट सबसे ऊपर होती है। वह गूगल में नंबर 1 पर होती है। जिसका मतलब यह है कि उस पोस्ट में SEO सबसे अच्छी तरह से किया गया है। टॉप पर होने के कारण उस पोस्ट पर ज्यादा ट्रॉफिक आता है। जिसके बाद धीरे-धीरे वह Blog फेमस हो जाता है।
अगर आपनी पोस्ट में अच्छी तरह से SEO करते हैं तो इससे आपके ब्लॉग पर ज्यादा ट्रॉफिक, ज्यादा इनकम और Organic Traffic बढ़ता है।
SEO का Full Form क्या है?
SEO का फुल फॉर्म Search Engine Optimization (सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन) होता है।
SEO का क्या काम होता है?
यह बात तो आप अच्छी तरह से समझ गये होगे कि SEO का क्या काम होता है। अगर आपको समझ में नहीं आ तो कोई बात नहीं मैं आपको उदाहरण देकर अच्छी तरह समझा दूंगा। तो आईए उदाहरण से समझते हैं कि SEO का क्या काम होता है।
मान लीजिए कि आप Google में जाकर SEO Kya Hai सर्च करते हैं। तो इससे संबंधित जितने भी पोस्ट होते हैं वे हमें गूगल पर दिखाई देते हैं। यह सभी Post अलग-अलग Blog अथवा Website से होते हैं।
अब इन सभी पोस्ट में SEO का सबसे अच्छी तरह से इस्तेमाल किया गया होगा वह गूगल में पहली रैंक हासिल करती है। पहली रैंक पर होने के कारण उस पोस्ट पर सबसे ज्यादा ट्राफिक आता है।
और यह बात तो आपको अच्छी तरह से मालूम ही होगी कि जिस पोस्ट या ब्लॉग पर जितना ज्यादा ट्राफिक आयेगा उस पर उतनी ज्यादा कमाई होती है।
इससे आगे कुछ भी जानने से पहले मैं आपको सर्च इंजन क्या है और ये कैसे काम करता है? के बारे में कुछ जानकारी दे देता हूँ जिससे आपको SEO के बारे में पूरी जानकारी मिल सकते।
Search Engine क्या है?
SEO के साथ-साथ आपको सर्च इंजन के बारे में जानना भी बेहद जरूरी है। सर्च इंजन के ऐसा algorithm है । जो हमको इंटरनेट पर सर्च किए गये सवाला का सही जवाब देता है।
इसके लिए सर्च इंजन अपने Data Base में मौजूद जानकारी को तेजी से crawl, index और Rank देता है जिसे SERP (Search engine Result Page) कहते है।
किसी भी पोस्ट को सर्च इंजन में टॉप पर लाने के लिए SEO की बहुत बड़ी भूमिका होती है। google, Yahoo, Bing यह सब search engine है।
SERP– जब आप किसी भी सर्च इंजन में सर्च करते है जैसे SEO Kya Hai उसके बाद जो list आती है उसे सर्च इंजन रिजल्ट पेज यानी SERP कहते है।
Note: 1 – क्या आप जानते हैं कि गूगल सर्च इंजन दुनिया का सबसे ज्यादा प्रसिद्दि सर्च इंजन है। क्योंकि दुनिया में ज्यादातर किसी भी व्यक्ति को कुछ भी सर्च करना होता है तो गूगल सर्च इंजन का उपयोग करता है।
आपको यह जानकर बड़ी हैरानी होगी कि दुनिया के 70 प्रतिशत लोग अकेल गूगल सर्च इंजन का प्रयोग करते हैं।
2- क्या आप जानते हैं कि आप जो कुछ गूगल सर्च में सर्च करते हैं। तो गूगल आपको बेस्ट रिजल्ट देने के लिए 200 फेक्टर का इस्तेमाल करता हैं।
जो पोस्ट गूगल के इन मापदंडों के अनुसार होता है वही आपको गूगल के फस्ट पेज पर दिखाई देता है। जिसे आपको बिल्कुल सही जानकारी मिल सके।
सर्च इंजन कैसे काम करता है?
मान लीजिए आप सर्च इंजन में कुछ भी सर्च करते हो तो सर्च इंजन पहले से ही Crawl और index की हुई रैंकिंग लिस्ट को आपके सामने ले आता है।
जिसे सर्च इंजन के bots और spider लगातार 24 घंटे crawl और index करके अपनी रैंकिंग लिस्ट बनाते है। और जैसे ही आप कुछ सर्च करते है तो वह आपको search engine Result Page (SERP) पर दिखाई देती है।
वैसे तो सभी सर्च इंजन के काम करने का Technical तरीका अलग-अलग होता है। लेकिन तीन ऐसे स्टेप्स होते हैं। जिन पर सभी सर्च इंजन काम करते हैं।
- 1- Crawling
- 2- Indexing
- 3- Ranking
1- Crawling – जब सर्च इंजन के Bots और Spider आपके Page को खोजकर उसे Scan करते हैं तो उसे Crawling कहते हैं।
2- Indexing – आपके Blog Post के Content और Quality के आधार पर आपकी पोस्ट पर सर्च इंजन में Index किया जाता है।
3- Ranking – किसी भी Blog Post को सर्च इंजन के मापदंडों के अनुसार SERP में उसकी Position को Ranking कहते हैं।
अब आप समझ गये होंगे कि सर्च इंजन क्या है और यह कैसे काम करता हैं। इसलिए अब आपको SEO को समझने में आसानी होगी। क्योंकि सर्च इंजन का सीधा संबंध SEO से होता है।
SEO कैसे सीखें?
SEO सीखने के लिए सबसे पहले आपके पास एक ब्लॉग या वेबसाइट होना अनिवार्य है। इसके बाद आप इसे पॉपुलर सर्च इंजन जैसे- गूगल, याहू आदि पर सबमिट करना होगा।
इतना करने बाद आपको SEO के बारे में कुछ बेसिक जानकारी की आवश्यकता पढ़ेगी। जिनके बारे में मैं आपको आगे बताने वाला हूँ।
- बेहतर SEO के लिए आपको Low Competition वाले Keywords का चयन करना चाहिए।
- जिन कीवर्ड्स का आपने चयन किया है आप उनका उपयोग अपने Blog और Website पर करें।
- अपना डोमेन कम-कम से 2 साल के लिए अवश्य खरीदें।
- गूगल में अपनी वेबसाइट का साइट मैप सबमिट करें।
- साइड में पर कैसे फाइल होती है जिसमें हमारी वेबसाइट की पूरी जानकारी होती है।
- अपने Blog पर अच्छे और उपयोगी ही आर्टिकल ही लिखें।
- Blog पर नियमत समय पर पोस्ट डालते रहें।
- ब्लॉग का टाइटल और डिस्क्रिप्शन की आकर्षित और प्रभावशाली बनाएं।
Types of SEO (SEO के प्रकार)
SEO मुख्य रूप से 2 प्रकार के होते हैं।
- 1- On-Page SEO
- 2- Off-Page SEO
SEO कैसे करें?
यह आप जान चुके हैं कि SEO दो प्रकार का होता है और उन्ही दो प्रकार से ब्लॉग पोस्ट का SEO करते हैं। तो आईए इनके बारे में अच्छी तरह से जानते हैं।
#1 – On Page SEO कैसे करें?
अपने ब्लॉग को SEO के अनुसार Setup करने के लिए आप जो भी अपने ब्लॉग पोस्ट में करते हैं उसे On-Page SEO कहते हैं। ऐसा करने से आपके Blog का organic traffic बढ़ता है क्योंकि On-Page SEO से organic traffic के लिए किया जाता है।
On-Page SEO करने के बहुत सारे नियम होते हैं। जिसकी साहयता से आप अपने ब्लॉग को on पेज के लिए optimize कर सकते है हम आपको कुछ महत्वपूर्ण नियमों के बारे में बताने वाले है।
1 – Post Title – आप अपने ब्लॉग पोस्ट का Title इस तरह बनाए कि उसमें Focus Keyword आना चाहिए।
2 – Permalink – ब्लॉग पोस्ट का जो भी URL होता है वहां पर main कीवर्ड का इस्तेमाल करना जरुरी है. स्टॉप वर्ड जैसे (am,is ,are,on) का इस्तेमाल पोस्ट के परमालिंक में कभी भी ना करें। इसके अलावा URL को जितना छोटा रखेंगे उतना ही अच्छा रहेगा।
3 – Meta Description – अपने ब्लॉग पोस्ट का मेटा डिस्क्रिप्शन हमेशा ऐसा बनायें जिसमें आपके पोस्ट का फोकस कीवर्ड जरूर आये।
यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है की सिर्फ गूगल को ही ध्यान में रख कर ऐसा description न लिखें की उसका कोई मतलब ही न निकले बल्कि ऐसा description लिखें की लोगों की नज़र पड़ते ही वो पोस्ट को ओपन किये बिना ना रह सके।
4 – Keyword Density – ब्लॉग पोस्ट के अंदर कीवर्ड का उपयोग सही जगह पर तथा सही संख्या में करना बहुत ही जरुरी है. कीवर्ड्स को बार बार घुमा फिर के जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल करना कीवर्ड stuffing कहलाता है. जो आपके ब्लॉग के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
Note- अपने ब्लॉग पोस्ट में फोकस कीवर्ड की डेंसिटी 1-5% से 2.5% के बीच ही रखें। अगर आपके पोस्ट 1000 शब्दों की है तो आप इसमें 15 से 25 बार तक फोकस कीवर्ड का इस्तेमाल कर सकते है और सही भी रहेगा।
5- Heading – हैडिंग में अपने फोकस कीवर्ड का उपयोग जरूर करें। इसके अलावा अपने ब्लॉग पोस्ट में इस हैडिंग का इस्तेमाल करें।
- 1 और 2 पैराग्राफ – H2 (Only)
- 200 words (Content) – H3
- 230 words (Content) – H4
- 250 words (Content) – H4
और अगर आपका ब्लॉग पोस्ट 1000 Words से ऊपर जैसे 1400-2000 Words तक जाती है तो आप दोवारा H2 और H3 का उपयोग करेंगे। दो H4 लगाने के बाद आप H2 ,, H3 ,, H4 ,, H4 repeat करते रहेंगे।
6 – Image Optimization – Image का ऑप्टिमाइजेशन 2 चीज़ों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है.
पहला तो ये की इमेज इसका साइज कम होना चाहिए क्यूंकि इमेज का साइज जितना अधिक होगा वो पेज के लोडिंग टाइम को बढ़ाएगा इसीलिए इमेज को compress करके ही डालें। इसके अलावा इमेज के alt attribute में अपना फोकस कीवर्ड डालना ना भूलें।
7 – Internal Linking – आप अपने नये Blog Post को पुराने पोस्ट से जरूर करें जोड़ें जिससे यूजर को वह टॉपिक अच्छी तरह से समझ आ जायेगा।
इसके अलावा सर्च इंजन के क्रॉलर आपकी वेबसाइट को आसानी से क्रॉल कर लेते हैं क्योंकि उन्हें आपकी वेबसाइट का स्ट्रक्चर पता चल जाता है। इससे आपका ब्लॉग काफी कम समय में ही रैंक कर जाता है।
साथ ही ये दूसरे पोस्ट के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण साबित होता है। जब आपकी सभी Blog Posts एक दूसरे Post से जुड़ी होती हैं। तो उन्हे सर्च इंजन में रैंक करने में आसानी होती है।
8 – External Linking – अपने ब्लॉग पोस्ट कम से कम external लिंक जरूर जोड़े। जिससे उस टॉपिक को represent करता हो. और रिफ्रेंस के लिए वहां से उन्हें जानकारी मिल सके।
यहां मैंने आपको On-Page SEO के बारे में कुछ बेसिक जानकारी दी हैं। अब मैं आपको Off-Page SEO के बारे में बताने जा रहा हूँ। तो आईए जानते हैं इसके बारे में….
#2 – Off Page SEO कैसे करें?
अपने ब्लॉग पोस्ट को Publish करने के बाद उसे रैंक कराने के लिए जिन जिन तरीकों यानी Optimization Technique का प्रयोग किया जाता है। उसे Off-Page SEO कहते हैं।
Off-Page SEO की कुछ महत्वपूर्ण तकनीक निम्नलिखित हैं जिनके बारे में आपको जरूर जाना चाहिए।
1- Guest Post – किसी दूसरे ब्लॉग के लिए पोस्ट लिखना जो आपके ब्लॉग के समान हो उसे Guest Post हैं। यह बैकलिंक्स बनाने का बहुत अच्छा तरीका होता है।
इसमें आप किसी पॉपुलर ब्लॉग के लिए पोस्ट लिखते हो जिसका DA और PA काफी हाई होता है। उससे आपको एक Do-Follow High Quality Backlink मिलता है। जिससे आपके ब्लॉग की भी DA में इजाफा होता है।
वहीं इसका दूसरा फायदा यह भी है कि अगर आप किसी दूसरे पॉपुलर ब्लॉग के लिए गेस्ट पोस्ट लिखते हैं तो आपको लोग वहां पहचानने लगते हैं और अपकी वेबसाइट पर विजिट करते हैं। जिसका आपको उसका ट्रैफिक मिलता है।
2- Backlinks – जब आपके ब्लॉग का होमपेज या पोस्ट किसी दूसरी ब्लॉग से जुड़ता है तो आपके ब्लॉग एक रिट्रिंग लिंक मिलता है। जिसे Backlink कहते हैं।
अपने ब्लॉग की DA बढ़ने के लिए backlink बहुत जरूरी होता है। Backlink क्या है और Backlink कैसे बनायें जानए के लिए यहां पर क्लिक करें।
3- Discussion Sites – आप ने Quora का नाम तो जरूर सुना होगा इस प्लेटफॉर्म पर लोग अपने अपने सवाल जवाब पाते हैं तथा दूसरों सवालों का जवाब देते हैं।
आपने यह जरूर देखा होगा कि जब कोई व्यक्ति किसी सवाल का जवाब देता है तो वह जरूरत के हिसाब से एक Refernce लिंक भी देता है। जिस पर क्लिक करके लोगों अपना पूरा जवाब मिल जाता है। इस तरह उन्हे Quora के जरिये भी ट्रैफिक मिलती है.
4- Forum Submission – आप forum में अपना एकाउंट जरूर बनायें क्यों की इससे आपको 2 फायदे हैं एक तो आपको forum में एक्सपर्ट मिलेंगे जो आपके टेकनिकल ज्ञान बढ़ेगा और आपकी सहायता भी करेंगे साथ ही आपको forum ज्वाइन करने से Do-follow Backlink भी मिलता है।
#3 – Local SEO क्या है?
जैसा की इसके नाम से ही पता चला रहा है कि यह किस Type का SEO है। जिस SEO का उपयोग लोकल audience को ध्यान में रखकर किया जाता है। उसे Local SEO कहते हैं।
अगर आपके पास कोई बिजनेस या दुकान है तो आप इंटरनेट पर आस-पास के लोगों को टारगेट करने के लिए लोकल SEO का उपयोग कर सकते हो।
Type of SEO Techniques in Hindi
Seo Techniques दो प्रकार के होते हैं। इन्हे समझना आपके लिए बहुत जरूर है। अगर आप इन्हें नही समझते तो आप traffic increase करने की जगह अपनी website को नुकसान पहुंचा देते है।
#1 – White Hat SEO – जब आप अपने ब्लॉग पर सही तरीके से SEO और लिंक का उपयोग करते हो उसे White Hat SEO कहते हैं।
भारत के बड़े-बड़े Hindi Blogger इसी Technique का उपयोग करते हैं। यह आपके ब्लॉग के काफी फायदेमंद होता है तथा आपके ब्लॉग का ट्रैफिक भी बढ़ता है।
#2 – Black Hat SEO – जब कोई ब्लॉगर अपने ब्लॉग को गूगल में रैंक कराने के लिए सर्च इंजन के नियमों को नहीं करता है तो उसे Black Hat SEO कहते हैं।
इसके इस्तेमाल से आपकी पोस्ट तो रैंक नहीं करेगी लेकिन आपके ब्लॉग को काफी बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है।
Organic और Inorganic Result क्या होते हैं?
SERP यानी सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर मुख्य रूप से दो प्रकार रिजल्ट दिखाई देते हैं। Organic Results और Inorganic Results.
#1 – Inorganic Results – Search Engine Result Page पर टॉप पर आने के लिए हमें गूगल को पैसे देने होते हैं उसे Inorganic Results कहते हैं। यह Paid होते हैं और इसके लिए गूगल को पैसे देने पढ़ते हैं।
#2 – Organic Results – यह पूरी तरह से फ्री होता है। इससे यह साफ है कि आपकी पोस्ट गूगल पे पेज पर टॉप पर आ सकती है, लेकिन इसके आपको अपने पोस्ट पर अच्छी तरह से SEO करना होगा।
SEO और SEM में क्या अंतर होता है?
#1 – SEO – SEO या सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन एक प्रोसेस है जिसके द्वारा एक ब्लॉगर अपने ब्लॉग को इस प्रकार से Optimize करता है कि जिससे उसके ब्लॉग के आर्टिकल को सर्च इंजन में टॉप पर रैंक करा सके और वहाँ से अपने ब्लॉग पर फ्री ट्रैफिक ला सके।
#2 – SEM – SEM या सर्च इंजन मार्केटिंग एक ऐसा मार्केटिंग प्रोसेस है जिसके द्वारा आप अपने ब्लोग़ को सर्च इंजन में ज्यादा visible बना सकते हो जिससे आपके ब्लॉग पर Traffic आये फिर चाहे वो फ्री (SEO) हो या फिर Paid Traffic हो।
SEO का मुख्य उद्देशय है की वह आपके ब्लॉग या वेबसाइट को इस तरह से Optimize कर सके ताकि आपका पोस्ट सर्च इंजन में अच्छी रैंक प्राप्त कर सकें।
वहीं SEM से आप SEO अपेक्षा ज्यादा चीजे प्राप्त कर सकते हो। क्योंकि यह केवल फ्री ट्रैफिक तक ही सीमित नहीं बल्कि इसमें दूसरे Methods भी शामिल हैं जैसे की PPC advertising आदि।
SEO Blog के लिए क्यों जरूरी है?
SEO Kya Hai और SEO Kaise Kare यह बात आप अच्छी तरह जान गये हैं अब हम आपको बतायेंगे कि SEO Blog के लिए क्यों जरूरी है? जिसे जानने के बाद आप अपने आर्टिकल अच्छी तरह से SEO करना शुरू कर देंगे। तो आईए जानते हैं इसके बारे में…
किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट बनाने का यह उद्देश्य होता है कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचे और ओस पर अच्छा खासा ट्रॉफिक जनरेट हो। ब्लॉग बनाना और उसे लोगों तक पहुचाना एक अलग बात है।
माना कि आपने एक ब्लॉग बनाया है और उस काफी मेहनत करके काफी पोस्ट भी ड़ाल हैं और अगर आपने SEO का बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया तो सर्च इंजन आपके पोस्ट को कभी भी अपने रिजल्ट में देखाई नहीं देखा।
दुनिया के सारे सर्च इंजन वेबसाइट के आर्टिकल को पढ़ने के लिए विशेष प्रकार के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं। जिन्हें वेब क्रॉलर या स्पाइडर कहा जाता है। इसके अलावा सभी सर्च इंजन के पास सर्च रिजल्ट के अंक देने के लिए एक खास सर्च एल्गोरिथम होता है।
SEO के कारण आपकी ब्लॉग पोस्ट गूगल सर्च इंजन में फर्स्ट पेज पर दिखाई देती है। जिसके कारण आपके ब्लॉग का ट्रैफिक बढंता है। जिससे आपकी कमाई ज्यादा होने लगती है। अगर आपने ब्लॉग पैसा कमाने के लिए बनाया तो आपको SEO पर ज्यादा ध्यान देने की जरूर है।
SEO के फायदे क्या है
अगर आप अपने ब्लॉग पोस्ट पर अच्छी तरह से SEO करते हैं तो इसके कई फायदे होते है जिसके बारे में आपको आगे बताने जा रहा हूँ।
- SEO किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग की SERP रैंकिंग को बढाने में मदद करता है।
- SEO की मदद से आप आसानी से अपने Blog का Org ट्रैफिक बढ़ा सकते हैं।
- SEO से वेबसाइट या ब्लॉग के लिए हाई ट्रैफिक जनरेट किया जा सकता है।
- SEO डिजिटल मार्केटिंग का नया तरीका है।
- SEO में उन सभी Steps का उपयोग किया जाता है जिससे आपका Blog और Website को Search Engine में Top में लाया जा सके।
SEO की यूट्यूब वीडियो गाइड
SEO से संबंधित ये लेख भी पढ़ें:
- Technical SEO क्या है?
- On Page SEO क्या है?
- Off Page SEO क्या है?
- Image SEO क्या है?
- External Link क्या है और कैसे करें?
- Robot.txt File क्या होती है?
- High Quality Backlink कैसे बनायें?
- Guest Post क्या है?
निष्कर्ष – SEO क्या है?
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको SEO Kya Hai और SEO Kaise Kare? के बारे में अच्छी तरह से समझने की कोशिश की है। यदि भी आपके मन में इससे संबंधित कोई सवाल है, तो आप मुझसे कमेंट करके पूंछ सकते हैं। हम हर संभव आपकी मदद करेंगे।
मुझे पूरी उम्मीद है आज यह आर्टिकल आपको बेहद पसंद आया होगा। अगर ऐसा है, तो आप आर्टिकल अपने मित्रों के साथ सोशल मीडिया पर अवश्य शेयर करें। ताकि वो भी एसईओ सीखकर अपने ब्लॉग को गूगल सर्च इंजन में रैंक करवा सकें।
FAQ – SEO Kya Hai
एसईओ से संबंधित अक्सर लोग गूगल पर निम्नलिखित प्रश्नों को सर्च करते हैं।
Q1 – SEO करने में कितना समय लगता है?
SEO सफलता का तेज़ रास्ता नहीं है। यह न तो कभी था और न ही कभी होगा. जब SEO की बात आती है तो आपके पास एक दीर्घकालिक योजना होनी चाहिए क्योंकि अधिकांश कीवर्ड को रैंक करने में छह महीने से एक साल तक का समय लग सकता है।
Q2 – SEO मार्केटिंग में सबसे महत्वपूर्ण कारक क्या है?
ऐसा कोई एक कारक नहीं है जो सबसे महत्वपूर्ण हो क्योंकि वे सभी महत्वपूर्ण हैं। लेकिन, अगर मुझे कुछ चुनना हो जिस पर आपको ध्यान केंद्रित करना चाहिए, तो वह लोगों को गुणवत्तापूर्ण जानकारी प्रदान करना होगा।
आपके पास सभी एसईओ टुकड़े मौजूद हो सकते हैं, लेकिन यदि आपकी सामग्री अच्छी नहीं है, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि लोगों को आप में रुचि नहीं होगी।
Q3 – मैं Google पर तेज़ी से रैंक कैसे करूँ?
रैंक पाने का सबसे अच्छा तरीका नियमित रूप से लगातार प्रयास करना है। यदि आप इसे जीतने के लिए तैयार हैं, तो आप लगातार अपनी साइट पर लिंक बनाना, नई सामग्री बनाना और पिछली सामग्री को अपडेट करना चाहेंगे।
ऐसा हर दिन करने से आपको मनचाहा परिणाम मिलेगा। यहां तक कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप अपने रैंकिंग लक्ष्यों को प्राप्त करने की राह पर हैं, एसईओ विश्लेषक रिपोर्ट का उपयोग करने पर भी विचार करें।
Q4 – SEO की लागत कितनी है?
SEO की लागत निर्भर करती है. आप इसे संभालने के लिए किसी पेशेवर को नियुक्त कर सकते हैं, या आप सब कुछ स्वयं कर सकते हैं। इसे स्वयं करने में बहुत अधिक समय लगेगा, और आपको सीखने की अवस्था का हिसाब देना होगा।
हालाँकि, अधिकांश भाग के लिए, यदि आप सब कुछ स्वयं करते हैं तो आप इसे लगभग मुफ्त में कर सकते हैं – इसमें केवल आपका समय खर्च होता है।